भाषा अधिगम एवं व्याकरण
कक्षा I – VIII & IX–X (कोर्स ए एवं बी )
प्राची भाषा अधिगम एवं व्याकरण (I-VIII) की रचना नवीनतम संशोधित पाठ्यक्रम के अनुसार की गई है। इन पुस्तकों में हिंदी भाषा के व्याकरण का गहन विश्लेषण तो किया ही गया है साथ ही भाषा के विशुद्ध रूप की जानकारी देने के लिए मानक लिपि, मानक वर्तनी और पत्रादि को स्वीकार किया गया है जिससे अध्यापक छात्रों को उनके स्तर के अनुरूप अध्यापन कर सके।
इस पुस्तकमाला की 9वीं तथा 10वीं कक्षा की पुस्तकें केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा निर्धारित नवीनतम संशोधित पाठ्यक्रम के अनुसार संशोधित, परिवर्धित एवं परिमार्जित की गई हैं की गई हैं । इससे विद्यार्थी व्याकरण के विभिन्न विषयों का अध्ययन सरन एवं सुग्राह्य ढंग से कर सकेंगे ।
Prachi Plus Four Series for Beginners for LKG & UKG : Plus Four Series is a unique attempt to ease out and make the process of learning creative according to the child psychology. Simple text is presented in a colourful manner with the help of attractive illustrations.
भाषा सेतु अभ्यास पुस्तिका सहित प्रवेशिका – कक्षा VIII
भाषा सेतु को नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 एवं राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा 2023 के अनुसार संशोधित, परिवर्धित एवं परिमार्जित कर नए रूप में अध्येताओं के समक्ष प्रस्तुत किया है। इस पुस्तकमाला की पुस्तकों का मुख्य उद्देश्य बच्चों को सहज ढंग से भाषा का ज्ञान कराने के साथ-साथ, उनकी नैसर्गिक क्षमता का रचनात्मक सदुपयोग कराना है। प्राथमिक स्तर की पुस्तकों में बच्चों को स्वर व्यंजन, मात्रा और संयुक्ताक्षर पढ़ने और लिखने में समर्थ बनाना, सुनकर समझना, ध्वनि सुनकर अंतर करना, सुनने की योग्यता बढ़ाना, बोलने में स्वतंत्र और मौखिक अभिव्यक्ति विकसित करने के साथ-साथ शुद्ध उच्चारण करने, उच्चारण में हिंदी के मानक रूप की ओर लाना और उनका शब्द भंडार बढ़ाने की ओर विशेष ध्यान दिया गया है। माध्यमिक स्तर की पुस्तकों में व्याकरण सम्मत भाषा और नवीन शब्दों का प्रयोग करने के साथ व्याकरण के विभिन्न स्वरूपों को जानते हुए आदि क्षेत्रों की ओर विशेष ध्यान दिया गया है ।
विशिष्ट पुस्तकमाला (पूरक पुस्तकें)
रामायण (संक्षिप्त)
रामायण भारतीय संस्कृति की अमूल्य धरोहर है। यह मात्र एक रचना नहीं है अपितु मानवीय मूल्यों का आदर्श रूप है। इसके माध्यम से समाज के आदर्श रूप की परिकल्पना की गई है। प्रस्तुत पुस्तक बालकों के लिए तैयार की गई है। बाल-मन में पैठ जाने वाले संस्कार जीवनपर्यंत बने रहते हैं। इस पुस्तक के माध्यम से विद्यार्थियों में शाश्वत मूल्यों एवं संस्कारों के प्रति रुचि जागृत करने का प्रयास किया गया है।
महाभारत (संक्षिप्त)
महाभारत भी रामायण की ही भाँति भारतीय संस्कृति का एक मुख्य स्रोत है। यह अद्भुत महाकाव्य महर्षि वेदव्यास द्वारा रचित है। इस काव्य में कौरवों और पांडवों के चरित्र का विशद विश्लेषण है। भरतवंशियों के बीच जो भीषण युद्ध हुआ, वही महाभारत कहलाया। इस पुस्तक महाभारत को संक्षिप्त रूप में दिया गया है जिसमे बच्चों की रूचि और जिज्ञासा बढ़े और वे भारतीय संस्कृति के इस पौराणिक ग्रंथ के बारे में जानें।
प्रेमचंद की लोकप्रिय कहानियां
भारतीय समाज औद्योेगीकरण और वैश्वीकरण के कारण तेजी से परिवर्तित हो रहा है। इसकी मान्यताएँ और मूल्य बदल रहे हैं। ऐसे समय में आदर्श और मूल्यों को स्थापित करने वाली कहानियों की आवश्यकता और अधिक हो जाती है। इस दृष्टि से हमने इन पूरक पुस्तकों में ऐसी ही कहानियों को संकलित किया है। सभी वर्ग के पाठक इनसे प्रेरणा लेंगे ऐसा हमारा विश्वास है।
अभ्यास पुस्तिका
एन.सी.ई.आर.टी. की पाठ्यपुस्तक पर आधारित
कक्षा I से VIII
एन.सी.ई.आर.टी. द्वारा रचित हिंदी की पाठ्पुस्तक रिमझिम (कक्षा 1 से 5) एवं वसंत (कक्षा 6 से 8) पर आधारति प्रस्तुत अभ्यास-पुस्तिका में पाठ्य-सामग्री को विभिन्न क्रियाकलापों एवं अभ्यासों के द्वारा रचनात्मक बनाया गया है। छात्रों की भाषायी क्षमता बढ़ाने तथा उन्हें भाषा के व्यावहारिक प्रयोग से परिचित कराने की दृष्टि से अभ्यास-पुस्तिका में पठित सामग्री का पर्याप्त अभ्यास करवाया गया है तथा व्याकरण और रचना भाग की यथेष्ट आवृत्ति कराई गई है।
सारांश
प्रवेशिका – कक्षा VIII
प्रस्तुत पाठ्य-पुस्तकमाला सारांश की नवनिर्मित पुस्तकों को नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 एवं राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा 2023 के अनुसार संस्तुत दृष्टिकोण को क्रियान्वित करने का भरसक प्रयास किया गया है। इन पुस्तकों में आज के परिवर्तित परिवेश में पूर्व प्राथमिक (प्रवेशिका), प्राथमिक (कक्षा एक से पाँच) तथा माध्यमिक स्तर (कक्षा छह से (आठ) के बच्चों की रुचि एवं बौद्धिक क्षमता को ध्यान में रखकर रुचिकर एवं ज्ञानवर्धक पाठ्य सामग्री का चयन किया गया है। इन पाठ्य-पुस्तकों में हिंदी साहित्य की लगभग सभी महत्वपूर्ण विधाओं को समाविष्ट कर बच्चों के सर्वांगीण विकास पर विशेष बल दिया गया है।
प्रत्येक पाठ के अंत में शब्दार्थ के हिंदी-अंग्रेज़ी पर्याय छात्रों की अर्थग्रहण क्षमता को बढ़ाने में सहायक सिद्ध होंगे। आगत शब्दों द्वारा अन्य भाषाओं के उन शब्दों से परिचित कराया गया है जिन्हें हिंदी भाषा ने आत्मसात कर लिया है। प्रत्येक पाठ में वर्तनी वैभिन्य के अंतर्गत मानक तथा प्रचलित वर्तनी के अंतर को स्पष्ट किया गया है। जीवन मूल्यों से संबंधित मूल्यपरक प्रश्न तथा छात्रों के बौद्धिक कौशलों का मूल्यांकन करने के लिए उच्च स्तरीय बौद्धिक प्रश्नों सहित विभिन्न प्रकार के कौशलों को सम्मिलित करना सर्वथा नया प्रयोग है। पाठ में दिए गए जीवन-मूल्यों द्वारा छात्रों को मानवीय मूल्यों की जानकारी मिलेगी और पाठ की सार्थकता भी सिद्ध होगी।
यह पाठ्य पुस्तक मूल पाठ्य पुस्तक के साथ-साथ पूरक पुस्तक की भी भूमिका का निर्वाह करेगी।
आओ हिंदी सीखें
हिंदीतर प्रदेशों के लिए हिंदी पाठमाला
कक्षा I to V
हिंदीतर प्रदेश के बच्चों को हिंदी सिखाने के लिए आओ हिंदी सीखें, हिंदी पाठमाला की यह शृंखला तैयार की गई है। इस शृंखला में पाँच पुस्तकें हैं। इन पुस्तकों में सरल एवं रोचक विधि से हिंदी को सिखाने का प्रयास किया गया है।
पाठों का चयन आज के समय के अनुसार और बच्चों के मानसिक स्तर एवं उनकी जिज्ञासु प्रवृत्ति को ध्यान में रखते हुए किया गया है।
इन पुस्तकों में बच्चों को स्वर-व्यंजन, मात्रा और संयुक्ताक्षर पढ़ने और लिखने में सक्षम बनाना, सुनकर समझना, ध्वनि सुनकर अंतर करना, सुनने की योग्यता बढ़ाना, बोलने में स्वतंत्र और मौखिक अभिव्यक्ति का विकास करने के साथ-साथ उन्हें शुद्ध उच्चारण करने और हिंदी के मानक रूप से परिचित कराने तथा उनका शब्द-भंडार बढ़ाने की ओर विशेष ध्यान दिया गया है। विद्यार्थियों की सुविधा के लिए यथास्थान हिंदी शब्दों के अर्थ अंग्रेज़ी में भी दिए गए हैं।
इन पुस्तकों के निर्माण में बच्चों को सरल से कठिन की ओर क्रमबद्ध ढंग से ले जाने की युक्ति अपनाई गई है। इन्हें पढ़कर बच्चे सुनने, बोलने, पढ़ने और लिखने के कौशल में प्रवीण हो सकेंगे। हिंदी भाषा को रोचक बनाने के लिए आकर्षक चित्रों का भरपूर प्रयोग किया गया है।
बच्चों को अभ्यास के माध्यम से विषयवस्तु का प्रत्यास्मरण तो कराया ही गया है, साथ ही उनके रचनात्मक अभिव्यक्ति-कौशल का स्वाभाविक ढंग से विकास हो सके यह प्रयास भी किया गया है। द्वितीय/तृतीय भाषा के रूप में भाषा-शिक्षण में लेखन और वाचन का अभ्यास अधिकाधिक होना चाहिए। इसे ध्यान में रखते हुए लिखने के अभ्यास हेतु पर्याप्त मात्रा में अभ्यास दिए गए हैं।
Pre-School Series - Hindi : Pre-writing strokes to enable the beginners to learn the use of thumb and forefinger grasp. Simple-to-complex approach to learn and write with ease. Colourful illustrations to involve the children in the learning process. Creative Activities to learn with fun. Ample space for practice.
हिंदी व्याकरण
कक्षा IX ( कोर्स 'ए' एवं 'बी' )
कक्षा X ( कोर्स 'ए' एवं 'बी' )
प्राची हिंदी व्याकरण की यह नवीनतम श्रृंखला राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 एवं राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा 2023 के अनुरूप और केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सी. बी. एस. ई.) द्वारा निर्धारित पाठ्यक्रम एवं परीक्षा पद्धति पर आधारित है। इस पुस्तकमाला की पुस्तकों का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों में 21वीं सदी के कौशलों को विकसित करना है जिससे छात्रों का सर्वांगीण विकास हो सके।
इस श्रृंखला की प्रत्येक पुस्तक को छात्रों के लिए अधिकाधिक उपयोगी
बनाने हेतु पाठ्य-सामग्री का पाँच खंडों में विभाजन कर उसे सरल एवं
सुबोध भाषा में प्रस्तुत किया गया है। इसके अतिरिक्त पाठ्य-सामग्री को
रचनात्मक एवं ज्ञानवर्धक बनाने हेतु समसामयिक विषयों और उदाहरणों का
समावेश किया गया है। प्रत्येक पाठ से संबंधित अभ्यास के अंतर्गत विविध
प्रकार के प्रश्नों के माध्यम से व्याकरण के विभिन्न कौशलों को विकसित
करने का प्रयत्न किया गया है। पुस्तक के अंत में छात्रों के बौद्धिक ज्ञान के
परीक्षण हेतु अभ्यास प्रश्न-पत्रों को सम्मिलित किया गया है।
हिंदी
निबंध एवं रचना
माध्यमिक कक्षाओं के लिए
निबंध, पत्र एवं अनुच्छेद हिंदी व्याकरण के तीन अति महत्वपूर्ण स्तंभ हैं। ये तीनों ही भाषा और विचार शक्ति में अभिवृद्धि करते हैं।
प्राची हिंदी निबंध एवं रचना एक ऐसा संकलन है जो छात्रों के सम्यक ज्ञान और समुचित
विश्लेषण की क्षमता को विकसित करने में सहायक सिद्ध होगा। इस पुस्तक में व्याकरण के स्तर पर भी विद्यार्थियों की जिज्ञासाओं को पूरा करने का संपूर्ण प्रयास किया गया है। समसामयिक विषयों को संकलित कर बच्चों को व्यावहारिक व सामान्य ज्ञान से अवगत कराने का भी भरसक प्रयत्न किया गया है।